अखिलेश यादव के ‘माफिया बनाम मठाधीश’ बयान पर मचा बवाल, प्रदेश में एंट्री पर रोक लगाने का संतों ने किया ऐलान
रिपोर्ट: पिंकी कश्यप।
ऋषिकेश : संत समाज की अहम और आपातकालीन बैठक हुई गंगा किनारे स्थित ब्रह्मपुरी स्थित श्रीराम तपस्थली आश्रम में। महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज की अध्यक्षता में।
आपको बता दें, अखिलेश यादव के बयान से संत समाज नाराज दिखा और आक्रोशित है। बैठक के बाद अखिलेश यादव मुर्दाबाद के नारे लगाए गए और फूंका अखिलेश का पुतला ।
अखिलेश यादव द्वारा योगी आदित्यनाथ के लिए ‘मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता’ वाली टिप्पणी की गई थी। उसके बाद से संत समाज आक्रोशित है। देश भर में विरोध हो रहा है। अखिलेश की तरफ से दिए गए बयान को लेकर हंगामा मचा हुआ है। जिसमें उन्होंने ‘मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता’ वाली बात कही थी। इसके बाद से भाजपा से लेकर साधु-संतों तक में नाराजगी की बात सामने आई है।बताया जा रहा है अखिलेश का वो बयान सीएम योगी पर निशाना साधते हुए आया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए सांसद अखिलेश यादव द्वारा की गई टिप्पणी से संत समाज पूरे देश में धरना-प्रदर्शन कर रहा है. इसी क्रम में आज ऋषिकेश में संत समाज सड़कों पर उतरा. संत समाज ने अखिलेश यादव का पुतला दहन किया…इसी कड़ी में आज संत समाज ने ब्रह्मपुरी में अखिल भारतीय संत समिति विरक्त वैष्णव मंडल संत समाज के द्वारा अखिलेश यादव का पुतला दहन किया. साथ ही उनको चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अपने बयान के लिए संतों से सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगी, तो वह अखिलेश यादव का पूरे देश में पुतला फूंकेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे।
इस अवसर पर महंत महावीर दास, महंत प्रमोद दास, महंत स्वामी अरुण दास, प्रदेश महामंत्री अखिल भारतीय संत समिति, महंत करुणाशरण, महंत छोटन दास महाराज, महंत रविंद्र दास, महंत कन्हैया दास, महंत श्यामसुंदर दास, महंत स्वामी चक्रपाणि, आदि संत उपस्थित रहे।