अपने प्राचीन स्वरूप में विकसित होगा बीटल्स आश्रम

ऋषिकेश।
स्वर्गाश्रम स्थित ऐतिहासिक चौरासी कुटिया (बीटल्स आश्रम) को प्राचीन स्वरूप में विकसित करने के लिए योजना बनाई जा रही है। इस परियोजना का उद्देश्य चौरासी कुटिया के सौंदर्यीकरण के साथ पर्यटकों के लिए इसे आकर्षक और डेस्टिनेशन बनाना है।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि इंडिया के टॉप 50 डेस्टिनेशन में ऋषिकेश को भी शामिल किया गया है। इसलिए यहां स्थित चौरासी कुटीया को भी डेवलप किया जाना है। परियोजना के तहत चौरासी कुटी को उसके पहले स्वरूप में ही डेवलप किया जाएगा। बीटल्स आश्रम से कई अद्भुत तथ्य जुड़े हुए है। इंग्लैंड के प्रसिद्ध बीटल्स ने भी अपने 50 बेस्ट गीत गंगा तट के किनारे इसी आश्रम में ही लिखे थे। जिसे हम आने वाली पीढ़ी को ऋषिकेश के महत्व को बता सकेंगे।
बता दे कि करीब 18 एकड़ भूमि में फैला बीटल्स आश्रम ऋषिकेश के गंगा नदी के किनारे राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के अंदर स्थित है। साल 1961 में महर्षि महेश योगी ने पार्क प्रशासन से यह भूमि लीज पर लेकर यहां चौरासी कुटिया का निर्माण कर योग और ध्यान की शिक्षा शुरू की थी। देश-विदेश से लोग यहां ध्यान करने के लिए पहुंचते थे।



