सीएम धामी ने खुद संभाली चारधाम यात्रा की कमान

देहरादून। उत्तराखंड की चार धाम यात्रा शुरू होने के साथ ही प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है। यात्रा को लेकर की गई व्यवस्थाएं धराशाई होने लगी है। और यही वजह रही की अब यात्रा को पटरी पर वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं कमान संभाल ली है। और मैदान में उतर चुके हैं । लेकिन यात्रा की जिम्मेदारी संभाल रहे पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, पर्यटन सचिव अब तक यात्रा से ही दूरी ही बनाए हुए नजर आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए शासन और पुलिस के अधिकारियों को सड़क से ग्राउंड जीरो पर यात्रा की व्यवस्थाएं देखने के लिए निर्देश दिए कम धामी में पुलिस महानिदेशक को स्थापित किया है कि वह यातायात वह भीड़ प्रबंधन के लिए निरीक्षण करें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इसलिए स्वयं कमान संभालती पड़ी है। क्योंकि धामों में आई भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन और पुलिस दोनों के हाथों फूलने लगे थे। इसलिए ऐसे में कोई बड़ी अप्रिय घटना न घट जाए। इसलिए स्वयं धामी ने मोर्चा संभाल लिया है। जबकि यात्रा शुरू के बाद से ही अब तक न तो पर्यटन मंत्री कहीं नजर आए और न ही पर्यटन सचिव। सीएम धामी ने अपने सभी राजनीतिक कार्यकर्म स्थगित कर यात्रा को सुव्यवस्थित करने का बीड़ा उठाया और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए ग्राउंड जीरो पर जाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जिसकी जो ड्यूटी है जो जिम्मेदारी दी गई है वह जिम्मेदारी अच्छी तरीके से निभाएं। क्योंकि लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कुछ और कठोर कदम मुख्यमंत्री की तरफ से उठाए गए है। जिसमे आगामी दिनों में पंजीकरण किए गए यात्रियों को अपने तय समय पर ही यात्रा करने के लिए कहा गया है और अगर वह पहले आ रहे है तो उन्हें बिना दर्शन के वापस भेज दिया जाएगा। धामों में 50 मीटर की परिधि पर कोई भी श्रद्धालु मोबाइल फोन का इस्तेमाल या सोशल मीडिया पर रील नही बना पाएगा। सभी श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण जरूरी होगा।
भीड़ ज्यादा होने पर ऑफलाइन पंजीकरण 19 मई तक बंद कर दिए गए है।


