राजकीय चिकित्सालय का हाल देख भड़के डीएम, चिकित्सकों का रोका वेतन
Riport: पिंकी कश्यप
औचक निरीक्षण में खुली सरकारी अस्पताल के व्यवस्थाओं की पोल, डॉक्टर नदारद मिले, सफाई व्यवस्था बेहाल, लाइन में लगकर डीएम ने बनवाई ओपीडी पर्ची, खुद गाड़ी चलाकर अस्पताल पहुंचे।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ज़िलाधिकारी का कार्य भार संभालने के बाद जिलाधिकारी सविन बंसल एक्शन में है। आज जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिकेश सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने इस दौरान मरीज और उनके तीमारदारों से भी बातचीत कर व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। निराश्रित वार्ड में मरीजों को नीचे लिटाए जाने पर गहरी नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी पर्ची काउंटर पर पहुंचे जहां उन्होंने पहले से पर्ची बनवाने के लिए लाइन में खड़े लोगों के साथ लाइन में लगकर ओपीडी पर्ची बनवाई।
निरीक्षण के दौरान ओपीडी में कई चिकित्सकों के कमरों के दरवाजे बंद और कुछ कुर्सी से नदारद मिले। यहां तक की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक भी अपनी कुर्सी पर नहीं पाये गये। आईसीयू में ताला, टीकाकरण कक्ष में एएनएम मिली नदारद।
बता दें कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ऋषिकेश सहित 4 चिकित्स ड्यूटी से नदारद मिले। जिनका ज़िलाधिकारी ने वेतन रोका और प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने के निर्देश भी दे दिए हैं। इसके साथ ही सीएमओ से रिपोर्ट भी तलब कर दिया है। चिकित्सालय की खराब सफाई व्यवस्था पर सम्बंधित सफाई ठेकेदार पर 50 हजार का अर्थदंड की कार्रवाई भी डीएम द्वारा की गई है।